Loading...
All World
Gayatri Pariwar
Get App
Books
Magazine
Language
English
Hindi
Gujrati
Kannada
Malayalam
Marathi
Telugu
Tamil
Stories
Collections
Articles
Open Pages (Folders)
Kavita
Quotations
Visheshank
Quick Links
Book Catalog
Whats New
Downloads
Write to Us
Login
Akhand Jyoti
Year 1988
Version 2
Quotation
Quotation
March 1988
Read Scan Version
<<
|
<
|
|
>
|
>>
पूर्वाग्रहों से मुक्ति पाये बिना कोई आदमी सैन्य को नहीं पा सकता।
<<
|
<
|
|
>
|
>>
Write Your Comments Here:
Page Titles
मनुष्य अपने भाग्य का निर्माता स्वयं
चमत्कार अध्यात्म नहीं है
ज्ञान और धन (Kahani)
प्रज्ञा के अवलम्बन से महानता के पथ पर अग्रगमन
तन्मयता (kahani)
सादगी और संतोष की जिन्दगी!
ईश्वर के साकार और निराकार रूप की-विवेचना
Quotation
योगत्रयी का तत्वदर्शन
धर्मतत्व का आठवाँ अनुशासन विद्या
तमसो मा ज्योतिर्गमय
Quotation
भावना और विवेकशीलता
सरलतम किन्तु महत्वपूर्ण योगाभ्यास
भगवान प्राप्ति के तीन साधन (Kahani)
दृष्टिकोण का सम्यक् परिष्कार
चारों ओर स्वर्ग (Kahani)
अनन्त का उद्गम स्त्रोत महाशून्य
मृत्यु से डर कैसा?
क्या मानवी सत्ता मात्र रसायनों की पोटली है?
अनीति रोगों को आमन्त्रण देती है!
साधना सिद्धि एवं वातावरण!
तेजोवलय का वैज्ञानिक आधार
सूक्ष्म शरीर के अविज्ञात क्रिया कलाप
संरचनाओं का मायावी संसार
चेतना सत्ता की एक झलक, स्वप्नों के झरोखे से।
Quotation
VigyapanSuchana
क्रान्तिकारी जीवन दर्शन के प्रणेता- ‘‘भगवान महावीर”
आदर्श दाम्पत्य जीवन का पाठ पढ़ाते हैं, हमें ये जीव जन्तु!
थकान मिटाने की सरल साधना
जिन पर दो का भार है (Kahani)
वनौषधियाँ विज्ञान सम्मत भी, उपयोगी भी
नमक को छोड़े बिना मुंह कैसे मीठा होगा (Kahani)
Quotation
सपनों में न उलझे, सच्चाई तलाशें
पितर आत्माएं डराती नहीं, सत्प्रेरणाएं उभारती हैं!
व्रतशीलता से महान प्रयोजनों की पूर्ति
समर्थ और प्रसन्न जीवन की कुँजी
नये सृजन के अध्येताओं ने आवाज लगाई! ज्योति पुत्र! तुमने न अभी तक ली कैसे अंगड़ाई।
बन्धु-बान्धव (Kahani)
द्विजत्व की अवधारणा
Quotation
समृद्धि की कामना उचित नहीं
ॐ भू र्भुवः स्वः
तत्
स
वि
तु (र्)
व
रे
णि
यं
भ
र्गो
दे
व
स्य
धी
म
हि
धि
यो
यो
नः
प्र
चो
द
या
त्
See More