एक आदमी ने किसी संत की बहुत सेवा की। सन्त का जी आया और वे वहाँ से चलने लगे। अमीर ने प्रार्थना की कुछ ऐसी सौगात देते जाइये, जिसके सहारे मैं भगवान तक पहुँच सकूं। संत ने उसे तीन चीजें दी। 1. मोम, 2. सुई, 3. थोड़े से बाल, और कह इन्हें गाँठ में बाँध लो। अमीर ने इन सब चीजों को देखा और अचम्भे से पूछा-”इनके सहारे मैं कैसे भगवान से मिल सकूँगा?”
सन्त ने कहा-”मोमबत्ती की तरह खुद जलो और दूसरों के लिए रोशनी पैदा करो। सुई की तरह अपने को उघारा रखो पर दूसरों के छेद बंद कर दो। बालों की तरह मुलायम और लचीले रहो। यह तीन ही सहारे भगवान तक पहुँचने के हैं सो इन्हें गिरह बाँध लो तो भगवान तक पहुँच जाओगे।