लम्बी कष्ट साधना के उपरान्त आपने क्या पाया।
वे बोले जल पर चलने की सिद्धि प्राप्त हो गई है।
स्वामी जी ने कहा यह काम तो नाव वाले को दस पैसा देने भर से पूरा हो सकता था। भला इतने छोटे लाभ के लिए इतना कष्ट क्यों उठाया गया ह?