इंग्लैण्ड के प्रसिद्ध विद्वान् टामस कूपर अंग्रेजी भाषा का शब्द कोष तैयार करने में लगे थे। काम में वे इतने खोया रहते था कि घर की बातों का ध्यान नहीं नहीं रहता था।
उनकी पत्नी इस व्यस्तता से बहुत चिढ़ती थी। एक दिन उसने लिखे हुए सारे कागज जलाकर राख कर दिये।
कूपर जब घर लौटे और अपना आठ साल का परिश्रम इस तरह नष्ट देखा तो उनने केवल इतना ही कहा-तुमने आठ साल का काम मेरे लिए और बढ़ा दिया।
इसके बाद वे शब्दकोष को नये सिरे से लिखने में फिर निमग्न हो गये।