समालोचना

November 1941

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नम महात्म्य-वृन्दावन-(तीर्थांक) संपादक पं दानबिहारीलाल शर्मा, वार्षिक मूल्य 1। इस अंक का 1. वार्षिक ग्राहकों को विशेषाँक मुफ्त में। भारतवर्ष के प्रायः सभी तीर्थों का परिचय इस अंक में है। अनेक चित्रों से सुसज्जित 300 पृष्ठ के इस विशेषाँक में तीर्थों सम्बन्धी अलभ्य सामग्री का समन्वय है। धार्मिक जनता के लिए एक बहुत ही आवश्यकीय विषय पर ऐसा सुन्दर विशेषाँक निकालने के लिए सम्पादक महोदय बधाई के पात्र हैं। धार्मिक जनता को इसे अपनाना चाहिये।

संकीर्तन -मेरठ (श्रीकृष्ण चरिताँक) संपादक श्री सुदर्शन सिंह ‘चक्र’ वार्षिक मूल्य 3 इस अंक का 2 भगवान कृष्ण की लीलाओं का सरस और सरल भाषा में वर्णन किया गया है। भावुक भक्तों के लिए कृष्णलीलामृत वैसे ही बड़ा मधुर है, इस अंक में बहुत ही योग्यतापूर्वक सुसज्जित करके उसे और भी हृदयग्राही बना दिया है। अपने ढंग का यह अनूठा विशेषाँक निकालना बड़े साहस का काम है, पत्र सर्वथा संग्राह्य है।

सात्विक जीवन -83 पुराना चीना बाजार कलकत्ता (नव वर्षांक) संपादक श्री महेन्द्रनाथ वर्मा वार्षिक मूल्य 3 सात्विक जीवन गत वर्ष साप्ताहिक रूप से प्रकाशित होता था, इस वर्ष से मासिक प्रकाशित हुआ करेगा। द्वितीय वर्ष का पहला अंक नव-वर्षांक के रूप में हमारे सामने है। पत्र के सभी लेख एक से एक बढ़कर गंभीर, खोजपूर्ण और उपयोगी हैं। सात्विक जीवन का दृष्टिकोण जन्म से ही मानवीय जीवन को उच्च बनाना रहा है। निस्संदेह यह पत्र एक महान् आवश्यकता की पूर्ति कर रहा है। इसे अपनाने की जनता से हमारी जोरदार प्रार्थना है।


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