सुखी दांपत्ति जीवन

November 1941

Read Scan Version
<<   |   <   | |   >   |   >>

वैवाहिक जीवन को सुखी बनाने के लिए बौद्ध धर्म में पुरुषों और स्त्रियों के लिए ये पाँच 2 नियम बताये गये हैं-

पुरुषों के लिए।

1-अपनी पत्नी का हृदय से सम्मान करो।

2-पत्नी के व्यक्तिगत मनोभावों के कारण क्रोधित मत हों।

3-अपनी पत्नी के सिवा किसी दूसरी स्त्री से प्रेम न करो।

4-पत्नी के भोजन, वस्त्र की सदा फिक्र रखो।

5- पत्नी को समय-समय पर उपहार लाकर दो।

स्त्रियों के लिये।

1-पति के घर में आने पर उठ कर उनका स्वागत करो।

2-इसी प्रकार उनके घर से बाहर जाने पर अभिनन्दन करो। पति के लौटने तक उनके लिये भोजन तैयार करके रखो तथा घर के दूसरे काम भी समाप्त कर लो।

3-किसी अन्य पुरुष से प्रेम न करो। पति क्रोध में हो तो तुम शान्त हो जाओ।

4-पति की आज्ञाओं का पालन करो और घर की कोई बात उससे मत छिपाओ।

5-पति जब आराम करता हो तो बिना बुलाये उनके पास मत जाओ।


<<   |   <   | |   >   |   >>

Write Your Comments Here:


Page Titles






Warning: fopen(var/log/access.log): failed to open stream: Permission denied in /opt/yajan-php/lib/11.0/php/io/file.php on line 113

Warning: fwrite() expects parameter 1 to be resource, boolean given in /opt/yajan-php/lib/11.0/php/io/file.php on line 115

Warning: fclose() expects parameter 1 to be resource, boolean given in /opt/yajan-php/lib/11.0/php/io/file.php on line 118