अमेरिका के राष्ट्रपति एण्ड्रयू जैक्सन की माता को एक जहाज पर नर्स के रूप में विदेश जाना पड़ा। तब जैक्सन चौदह वर्ष के थे। माता ने अपने पुत्र को एक बहुमूल्य संदेश भेजा, जिसमें लिखा था, “जैक्सन, यदि मैं जीवित वापस न लौटूँ तो जिंदगी भर मेरी एक बात याद रखना, इस संसार में हर मनुष्य को अपना रास्ता आप बनाना पड़ता है। आगे बढ़ने के लिए सच्चे दोस्तों की जरूरत पड़ती है और वे उन्हें ही मिल सकते हैं, जो स्वयं ईमानदार हैं।”
उन्होंने जीवनभर अपनी माता के इस अंतिम उपदेश को याद रखा एवं यही उनकी सफलता का मूल मंत्र बन गया।