लुकमान से किसी ने पूछ- “आपने ऐसी तमीज किससे सीखी?” उन्होंने जवाब दिया, “बदतमीजों से। वे जो करते और भोगते हैं, उसका मैंने ध्यान रखा और अपनी आदतों को उस कसौटी पर कसकर सही किया।”