कुछ विशेष सावधानियाँ, जो आपदा प्रबंधन से जुड़ी हैं

May 2001

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तीन स्तर पर यह एक्सरसाइज (एक प्रकार की कसरत) जन-समुदाय द्वारा संपन्न की जानी है-जिला, राज्य एवं राष्ट्र स्तर पर। मात्र सरकारी अधिकारी नहीं, प्रत्येक परिजन-पाठक-नागरिक इसमें भागीदारी कर सकते हैं।

जिला स्तरीय पूर्वाभ्यास

प्रथम स्तर (एल एक्सरसाइज)

(1) अपने जिले का आपदा प्रबंधन निम्न चार स्तरों पर पुनः व्यवस्थित (अपडेट) कर लिया जाए।

(अ) सभी क्रमशः बदलते रहने वाले टेलीफोन नंबर्स

(ब) जिम्मेदार अधिकारी व गैर सरकारी संगठनों की स्थिति

(स) कोई नई आपदा के होने की संभावना

(द) पिछला कोई संदर्भ जो दैवी आपदा से जुड़ा हो एवं अब राहत में उपयोगी हो।

(2) स्वैच्छिक गैर शासकीय संगठनों की अपने स्तर पर आपदा से पूर्व की तैयारी इस प्रकार हो।

(अ) अफवाहों से बचने एवं गरीबों, अनाश्रितों को जो प्रभावित हो सकते हैं, पहचानने का तंत्र बने।

(ब) संग्रह केंद्र औषधियों, भोज्य पदार्थ एवं कंबल-कपड़ों आदि के लिए चिह्नित कर लिए जाएँ।

(स) आच्छादित सुरक्षित क्षेत्र अस्थाई (टेंट्स हेतु स्थान) एवं स्थाई (पक्के मकान) मनुष्यों एवं पशुओं के लिए ढूंढ़ लिए जाएँ।

(द) पका हुआ भोजन कौन व कैसे-कब आपूर्ति कर सकेगा, यह निश्चित कर लिया जाए।

(ई) राहत सामग्री के वितरण का पूरा तंत्र बना लिया जाए।

(फ) गाँव/मोहल्लों की नागरिक सुरक्षा समिति बना ली जाए, ताकि आपदा के समय अपराधी तत्वों से बचा जा सके।

(म) एन. एस. एस. के स्वयंसेवक, स्काउट एवं गाइडिंग के कार्यकर्ता प्रत्येक स्थान पर पहले से चिह्नित हो जाएं तथा फर्स्ट एड देने वाले स्थान, रेडक्रॉस सोसायटी की सुविधाएं, डॉक्टर्स, नर्सें आदि की उपलब्धता पता लगा ली जाए।

(ह) अंतर्जिला राहत सामग्री वितरण परिवहन हेतु पहले से जिला अधिकारी से चर्चा कर व्यवस्थित तैयारी कर लें।

(य) एक अस्थाई कंट्रोल रूम जिला स्तर पर चिह्नित कर लिया जाए, जो कि एक गोडाऊन या फैक्ट्री भी हो सकता है, जहाँ काफी संख्या में टेलीफोन लाइन्स हों।

(ज) संवेदनशील क्षेत्रों से प्रभावित हो सकने वाले लोगों हटाने एवं सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाने की पूर्व तैयारी हेतु स्वैच्छिक संगठन जन-जन को शिक्षण दें।

(क) स्वैच्छिक सामुदायिक संगठन (वी. सी. ओ.) एक विशिष्ट जिम्मेदारी यह संभाल लें कि ऐसी आपदाओं से जो भावनात्मक एवं मनोवैज्ञानिक टूटन होती हैं, उससे कैसे मोर्चा लें एवं पुनर्वास की संवेदनशील प्रक्रिया के नियंत्रण हेतु स्वयं को तैयार कर लें।

(3) जिम्मेदार नागरिकों, स्वेच्छिक संगठनों एवं सरकारी अधिकारियों की मिली-जुली एक टीम साप्ताहिक मुख्यालय से संवेदनशील क्षेत्रों तक की पदयात्रा निकाल, ताकि जन जागरुकता बढ़े।

द्वितीय स्तर (एल-1 एक्सरसाइज)

(1) चूँकि यह कार्य एक सप्ताह भर में होना है, प्रत्येक दिन को किसी विशेष आपदा प्रबंधन तैयारी हेतु मुकर्रर किया जा सकता है, ताकि प्रति सप्ताह अभ्यास हो सके।

(2) पर्यवेक्षक अलग-अलग समूहों की गोष्ठियाँ तथा कहाँ कहाँ किस प्रकार की खामी रिस्क्यू (बचाव) एवं रिलीफ (राहत) कार्य के प्रशिक्षण में रह गई, यह बताएँ।


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