यद्यपि वायुमंडल समूची धरती पर जीवन बनाये रखने के लिए उत्तरदायी है। वायुमंडल से ही किसी-किसी रूप में समस्त जीवधारियों को पोषण प्राप्त होता है। लेकिन यहाँ उल्लेखनीय तथ्य यह है कि पूरी पृथ्वी के आकार मोटाई की तुलना में यह वायुमंडल एक बहुत पतले आवरण के रूप में है। पृथ्वी के आकार से आनुपातिक दृष्टि में वायुमंडल सेब के छिलके से भी पतला है। एवरेस्ट शिखर पर चढ़ने वाला कोई पर्वतारोही चोटी पर पहुँचने के पहले ही वायुमंडल की तीन-चौथाई मोटाई को पार कर लेता है।