ईश्वर पाने का उपाय पूछने पर जीसस ने कहा− ‘अपने आपको खोकर ही उसे पाया जा सकता है।’
बर्तन खाली होने पर ही उसमें कीमती वस्तु भरी जा सकती है जब तक स्वार्थ भरी अहंता की कीचड़ से मन भरा है तब तक उसमें ईश्वर का दर्शन और निवास सम्भव नहीं।