लालची अपनी योग्यता और मेहनत से अधिक चाहता है। इसलिये उसे अनीति अपनानी और कंजूसी बरतनी होती है। यह दोनों ही आधार ऐसे हैं जो किसी को भी ले डूबते हैं। इसी कारण लालची कमाते कम और गंवाते अधिक हैं।
-सन्त तुकाराम