Quotation

November 1984

Read Scan Version
<<   |   <   | |   >   |   >>

मैंने चार गुरु चुने हैं और उन्हें हर दिन याद रखा है। एक भगवान, दूसरे मौत। तीसरे नेकी करने वाले और खुश रहने वाले, चौथे बुराई की रह पर कदम बढ़ाने वाले और पग-पग पर ठोकरें खाने वाले।


<<   |   <   | |   >   |   >>

Write Your Comments Here:


Page Titles