शाँतिकुँज की सत्र−व्यवस्था
शांतिकुंज में प्रतिमाह एक से उन्तीस तारीख में युगशिल्पी सत्र चलते हैं। सातों आँदोलनों को गति देने के लिए परिजनों को इसमें भागीदारी करनी चाहिए। इनके अतिरिक्त 2 माह के परिव्राजक प्रशिक्षण सन्न एवं नौ दिवसीय संजीवन साधना सत्र (अनुष्ठान सहित) भी नियमित पूरे वर्ष चलते हैं। ये 9 से 9, 99, से 96, 29 से 29 तारीखों में चलते हैं। पाँच दिवसीय मौन अंतःऊर्जा जागरण सत्र इस माह नवरात्रि (7 से 15 अक्टूबर) की अवधि छोड़कर 16 अक्टूबर से पुनः उसी क्रम से आरंभ हो जाएँगे एवं वसंत पर्व ( 6 फरवरी 2003) का अवकाश छोड़कर 30 मार्च तक चलते रहेंगे। रचनात्मक प्रशिक्षणों को प्रतिमाह दो सत्रों का सिलसिला यथावत चलता रहेगा। इस वर्ष उत्तराँचल राज्य के एन. जी. ओंज का प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य का विशेष शिविर प्रतिमाह केंद्र में चल रहा है। नेहरू युवा केंद्र एवं विभिन्न अधिकारियों के व्यक्तित्व परिष्कार प्रशिक्षण भी सतत चलते रहेंगे। सभी में पूर्व अनुमति अनिवार्य है।