सफलता का मार्ग खतरों का मार्ग है। जिसमें खतरों से लड़ने का साहस और संघर्ष में पड़ने का चाव हो, उसे ही सिद्धि के पग पर कदम बढ़ाना चाहिए। जो खतरों से डरते है, जिन्हें कष्ट सहने से भय लगता है, कठोर परिश्रम करना जिन्हें नहीं आता, उन्हें अपने जीवन को उन्नतिशील बनो की कल्पना नहीं करनी चाहिए। अदम्य उत्साह, अटूट साहस, अविचल धैर्य, निरन्तर परिश्रम ओर खतरों से लड़ने वाला पुरुषार्थ ही किसी की जीवन सफल बना सकता हैं
-पं. श्रीराम शर्मा आचार्य