छोटे काम करना और उन्हें खूबसूरती से पूरे करते चलना प्रकारान्तर से बड़े काम कर सकने की योग्यता अर्जित करना हैं।
साधना के लिए अलग स्थान की तलाश न करो। अपने दायित्वों और संबंधियों के साथ ऐसा तालमेल बिठाओ जिसमें आदर्शों का गहरा पुट हो। इस प्रकार तुम्हारा व्यावहारिक जीवन ही समग्र साधना बन जायगा।