फकीरी धूल में मिल गई (कहानी)

August 1987

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फकीरी धूल में मिल गई

फकीर पहले अकेला रहता था। पीछे उसने शादी कर ली। दोनों मिलकर जनता के बीच जाते। गीत गाते और भलाई का मार्ग बताते। दोनों की अच्छी-खासी जोड़ी थी।

बीबी ने एक दिन खुदा से बच्चे माँगे। दो बच्चे हुए भी। वहाँ उनको शिक्षा-दीक्षा का उचित वातावरण न मिला। फलतः वे आवारागर्दी में फँस गए और ऐसे काम करने लगे, जिससे माँ-बाप की फकीरी धूल में मिल गई।


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