उद्यमः साहसं धैर्यं बुद्धिः शक्तिः पराक्रमः। एतानि यत्र वर्तन्ते तत्र देवः प्रसीदति॥
परिश्रमशीलता, साहस, धैर्य, सद्बुद्धि और श्रेष्ठ कार्यों में पराक्रम- ये गुण जिस व्यक्ति में होते हैं, उन पर देवताओं की प्रसन्नता बनी रहती है।