अच्छे काम करने के लिए सम्पत्ति की आवश्यकता कम पड़ती है, अच्छे हृदय और संकल्प की अधिक। -मूर
अपनी ओर से जो मैं लिखती हूँ वस्तुतः वह उनका ही संकेत होता है। यदि कुछ विशेष बात गुरु देव को किन्हीं परिजन से कहनी होगी तो वह संकेत भी उनके पास यथा समय पहुँच जायगा।
पत्र व्यवहार में जवाबी पत्र भेजने का ध्यान परिजन रखते ही हैं, आगे और भी सतर्कता बरती जानी चाहिए। पोस्टेज अब बहुत बढ़ जाने से सब मिलाकर अपने लिए उसका भार उठाना कठिन पड़ता है इसलिये उत्तर की अपेक्षा हो तो जवाबी पत्र भेजने की बात भूलनी नहीं चाहिए।
गुरु देव का स्वास्थ्य सदा की तरह सामान्य था और वे साधारणतः प्रसन्न और सन्तुष्ट ही दीखते थे। मेरे द्वारा उन्होंने समस्त परिवार के लिए अपना हार्दिक स्नेह सद्भाव पहुँचाया है, सो इन पंक्तियों में लपेट कर भेज रही हूँ।