गाँव-गाँव बिरादरी वाले लोग मिलते हैं (Kahani)

March 1991

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एक कुत्ता बड़ी तेजी से दौड़ा जा रहा था। किसी ने उससे पूछा कहाँ जा रहे हो? गन्तव्य तक कितनी देर में पहुँचेंगे।

कुत्ते ने कहा जाना तो गंगा स्नान के लिए है और उसकी दूरी भी कुछ ही घंटों में पूरी हो सकती है। पर दुर्भाग्य इतना ही है कि गाँव-गाँव बिरादरी वाले लोग मिलते हैं और वे जी तोड़ कर आगे न बढ़ने देने का जी तोड़ विग्रह खड़ा करते हैं।


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