नया नेतृत्व उदय होने की भविष्य वाणी-
भारत के भूतपूर्व फौजी जनरल, राजनीति वेत्ता तथा अनटोल्ड स्टोरी नामक राज नैतिक पुस्तक के प्रणेता जनरल कौल से देश की वर्तमान परिस्थितियों के सम्बन्ध में दैनिक हिन्दुस्तान इसी 7 जुलाई के अंक में एक मुलाकात छपी है - उसमें उनने कहा है-
भारत में लोग काम और परिश्रम के बदले तर्क और अधिकारों में अधिक रुचि रखते हैं। व्यावहारिकता की अपेक्षा आदर्शों और भावनाओं की अधिक दुहाई देते हैं। तथा देश की अपेक्षा निजी स्वार्थों को प्राथमिकता देते हैं। हमारे देश में हर स्तर पर भ्रष्टाचार , कामचोरी और पलायन वाद का बोलबाला है। ऊपर के भ्रष्ट लोगों का अनुकरण यदि नये लोग करते हैं तो इसमें कुछ आश्चर्य करने की बात नहीं है। देश में भ्रष्टाचार अनिश्चितता तथा भावुकता कब तक पनपती रहेगी। इसके सम्बन्ध में निश्चित रूप से कुछ नहीं कहा जा सकता।
स्थिति एक ऐसी सीमा तक पहुँचेगी कि जन-मानस के द्वारा इसका व्यापक प्रतिकार होगा। मैं यह भविष्य वाणी कर सकता हूँ कि उस अराजक स्थिति में ऐसा नया प्रेरणाजनक नेतृत्व उदय होगा जो देश को बिखरने और नष्ट होने से बचा लेगा।