Quotation

February 2001

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आत्मविश्वास और ईश्वर−अनुग्रह उपलब्ध कर लेने वाला व्यक्ति इतना सामर्थ्य−संपन्न होता है, मानों उसे इंद्र−कुबेर का सहयोग मिल गया। इन्हें प्राप्त करने का एक मात्र उपाय है− अपनी पात्रता−प्रामाणिकता विकसित करना।


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