इटली के पोम्पियायी नगर में अब से दो सौ वर्ष पूर्व एक भयंकर भूकंप आया, साथ ही ज्वालामुखी भी फटा। नगर के सभी नागरिक प्राण बचाने के लिए भागे, तो भी उस विनाशलीला की चपेट में असंख्यों आ गए।
जब उस नगर की पुरातत्व विभाग ने खुदाई कराई, तो मात्र किले के एक प्रहरी का कंकाल इस स्थिति में पाया गया कि वह मुस्तैदी से कंधे पर बंदूक रखे पहरा देता रहा और मलबे में दब गया।
उस कर्तव्यनिष्ठ प्रहरी का कंकाल बंदूक समेत अब उन खंडहरों के प्रवेश द्वारा पर शीशे की आलमारी में बंद करके लगाया गया है। नीचे लिखा है, ‘वह कर्तव्यनिष्ठ, जिसने मौत को स्वीकार किया, पर ड्यूटी से न हटा।’