ज्ञातव्य
जून 2001 की अखण्ड-ज्योति में विस्तार से ‘पूज्यवर के ज्ञान शरीर को जन-जन तक पहुँचाएँ’ एवं जुलाई 2001 की अखण्ड ज्योति में हो रहा है ज्ञानयज्ञ का शुभारंभ-मंगलाचरण (ज्ञान केंद्रों की स्थापना करें एवं वाङ्मय को जन-जन तक पहुँचाएँ) शीर्ष से लेख प्रकाशित हुए थे, उसके साथ पंजीयन पत्रक भी थे। जो भी ज्ञान केंद्र की स्थापना करना चाहते हों, वे तुरंत उन्हें भरकर धरोहर राशि एवं क्रयादेश के साथ अखण्ड ज्योति संस्थान, घीयामंडी मथुरा भेज दें। ज्ञान केंद्र संबंधी सारा पत्राचार इसी पते पर करें।