देवालय टूटकर खँडहर बन सकते हैं, गिरकर समय के साथ नष्ट हो सकते हैं। लेकिन उत्तम ज्ञान और सद्विचार कभी नष्ट नहीं होते। - श्रीराम शर्मा आचार्य