विश्वास ही नहीं (Kahani)

October 1990

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एक अवसर पर प्लेटो से उनके शिष्यों ने कहा, “आलोचक आपके खिलाफ बहुत बुरी-बुरी बातें कर रहे हैं। किसी तरह उनका मुँह बन्द करना चाहिए” प्लेटो ने उत्तर दिया - “ नहीं उनका मुँह बन्द करने की आवश्यकता नहीं है। उन्हें बोलने दीजिए, लेकिन मैं ऐसा जीवन जीऊँगा कि कोई भी उन आलोचकों की बातों पर विश्वास ही नहीं करेगा।”


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