21 वीं सदी को उज्ज्वल बनाने वाला आधार यों सुदृढ़ हो चला
चिन्तन और चरित्र के पतन ने आज सर्वत्र संकट खड़े किये है। मनुष्य जाति को उसने बचाने का एक ही मार्ग है। सद्विचारों की प्रतिष्ठापना और सन्मार्ग का अवलम्बन। प्रज्ञा अभियान के छोटे छोटे जान पड़ने वाले हमारे कार्यक्रम मनुष्य जीवन को उसी दिशा में उसी प्रकाश की ओर गतिशील कर रहें है। इन आयोजनों को देखने वाला प्रत्येक व्यक्ति इस बात से आश्वस्त हुए बिना नहीं रहता-यह कार्यक्रम 21 वीं सदी के मनुष्य को निश्चित ही सुखी समुन्नत बना कर रहेंगे।
पटना (बिहार) गायत्री शक्तिपीठ कंकडबाग में दीप यज्ञायोजन के अवसर पर पूरा मेला लग गया। महाराणा प्रताप हॉल में नगर के सभी वरिष्ठ अधिकारियों एवं प्रभावशाली डॉक्टरों की गोष्ठी रखी गई। मिशन के कार्यक्रमों का उपस्थित समुदाय पर अनुकूल प्रभाव पड़ा। प्रादेशिक समाचारों में कार्यक्रम की पूरी रिपोर्ट दी गई। प्रदेश सरकार के राज्य श्रम मंत्री डा विजय कुमार सिंह ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया।
गया (बिहार) समूचे क्षेत्र में प्रज्ञा आलोक के विस्तार के संकल्प के साथ दीप यज्ञायोजन सोल्लास सम्पन्न हुआ। सम्मेलन तथा दीप यज्ञायोजन प्रेरणादायी वातावरण में सम्पन्न हुआ। हर धर्म सम्प्रदाय के प्रतिनिधि सम्मिलित हुए। 22 प्रज्ञा मण्डलों का गठन हुआ।
अम्बिकापुर-सरगुजा (म0प्र0) नगर के प्रभावशाली एवं गण्यमान्य व्यक्तियों तथा
प्रशासनिक अधिकारियों उपस्थिति में दीपयज्ञ सम्पन्न हुआ। 34 प्रज्ञा मण्डलों का गठन हुआ। 1500 पत्रिकाओं के नये सदस्य बनाने के संकल्प लिए गये।
गोरखपुर (उ0प्र0) समीपवर्ती क्षेत्र में दीपयज्ञ श्रृंखला के निर्धारित कार्यक्रम आशातीत सफलताओं के साथ दहेज उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत बिना दहेज के विवाह करने के लिए सैकड़ों नवयुवकों ने संकल्प लिया।
सारसा-खेडा (गुज0) पचास हजार भावनाशील नर नारियों की उपस्थिति में चौबीस हजार वेदीय दीपयज्ञ आयोजन अभूतपूर्व सफलताओं के साथ सम्पन्न हुआ। समूचे क्षेत्र में सत्प्रवृत्ति संवर्धन एवं दुष्प्रवृत्ति उन्मूलन के लिए व्यापक स्तर पर प्रयास किए जा रहे है। युग शक्ति गायत्री के अधिकाधिक सदस्य बनाने के संकल्प लिए गये।
शहडोल (म0प्र0) श्री मुक्ता सिंह असि0 डायरेक्टरष् कृषि तथा प्रेम कुमार गुप्ता डिपों मैनेजर म0प्र0 राज्य परिवहन के सराहनीय प्रयासों से दीप यज्ञायोजन आशातीत सफलताओं के साथ सम्पन्न हुआ। 15 प्रज्ञा मण्डलों का गठन किया गया। संपर्क क्षेत्र में एक हजार पत्रिकाओं के नये सदस्य बनाने के संकल्प लिए गये।
डाल्टन गंज -पलामू (बिहार) राष्ट्रीय एकता सम्पन्न हो रहे है। शिक्षण संस्थानों में पूज्य गुरुदेव का संदेश पहुँचाने की व्यापक व्यवस्था बनाई गई है। अब तक 34 विद्यालयों में कार्यक्रम सम्पन्न हों चुके है। विद्यार्थियों में नैतिक शिक्षा उपदेश से नहीं बल्कि आचरण एवं व्यवहार में समावेश करके ही दी जा सकती है। यह संदेश विद्यार्थियों एवं अध्यापकों में अनुकूल प्रभाव डालता है।
देवगढ़ बगीचा पंचमहाल (गुज0) गुजरात कृषि विश्व विद्यालयों के प्रधानाचार्य श्री नारायण भाई आर॰ पटेल तथा नगर के गण्यमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में दीपयज्ञ आयोजन सम्पन्न हुआ। युग शक्ति गायत्री के 1000 सदस्य बनाने के संकल्प लिए गये।
धमतरी-रायपुरी (म0प्र0) शक्तिपीठ प्राँगण में दीपयज्ञ आयोजन श्रद्धासिक्त वातावरण में सम्पन्न हुआ। समूचे नगर को स्टीकरों से सजाने एक हजार पत्रिकाओं के सदस्य बनाने तथा 107 परिजनों को सत्रों में भेजने के संकल्प लिए गये।
सतना (म0प्र0) समीपवर्ती क्षेत्र में दीपयज्ञायोजनों की व्यापक श्रृंखला निर्धारित की गई है। अब तक सतरी, खम्हरिया, उचेहरा, सिंहपुर रहिकगरा, सिमरवारा, नागौद, अटरा, लहरौरा, रामपुर बधेलान तथा छिबौरा में 501 वेदीय दीपयज्ञ निर्धारित किए गये है।
जशपुर (रामगढ, म0प्र0) समीपवर्ती 70 शाखाओं के परिजनों की उपस्थिति में दीपयज्ञ सम्पन्न हुआ। इस वर्ष एक हजार पत्रिकाओं के नये सदस्य बनाने के संकल्प लिये गये।
जबलपुर (म0प्र0) 50 प्रज्ञा मण्डलों के गठन तथा युग संधि पुरश्चरण में भागीदारी के संकल्प के साथ दीप यज्ञ आयोजन भाव भरे वातावरण में सम्पन्न हुआ। समीपवर्ती क्षेत्र में मुहल्ले-मुहल्ले दीप यज्ञ कराने, समूचे क्षेत्र को स्टीकरों से सजाने, 107 पत्रिकाओं के नये सदस्य बनाने का भी संकल्प सामूहिक रूप से लिया गया।
विन्ध्य क्षेत्र (म0प्र) सतना, रीदा, सीधी, शहडोल, पन्ना, दमोह, कटनी, जिलों से आठ बसों का सुसज्जित काफिल समूचे मार्ग में आलोक वितरण करता हुआ शान्ति कुँज पहुँचा सम्मिलित कार्यकर्ताओं द्वारा समूचे क्षेत्र को युगचेतना से अनुप्राणित करने के लिए भाव-भरे संकल्प लिये गये एक हजार दीप यज्ञों की श्रृंखला बनाने दो हजार के लगभग परिजनों को शान्ति कुँज में चल रहे साधना सत्रों एवं युगशिल्पी सत्रों में भेजने के लिए क्षेत्रीय स्तर पर अलग अलग संकल्प पत्र भरे गये। स्थानीय दस टोलियों के माध्यम से दीप यज्ञ सम्पन्न कराने की व्यवस्था बनाई जा रही है।
वाराणसी (उ0प्र0) उदय प्रताप कालेज के विशाल मैदान में सहस्रवेदीय दीपयज्ञ कार्यक्रम अभूतपूर्व सफलताओं के साथ सम्पन्न हुआ। नगर के चौबीसों प्रज्ञा मण्डल पाँच से पच्चीस के विस्तार के लिए संकल्पित हुए। इस वर्ष से लगभग एक हजार नये सदस्यों तक पत्रिकायें पहुंचाने की व्यवस्था की जा रही है।
बक्सर(बिहार) समूचे क्षेत्र में प्रज्ञा आलोक के विस्तार के संकल्प के साथ दीप यज्ञायोजन सम्पन्न हुआ। शिक्षण संस्थानों से जुड़े प्राध्यापकों तथा अधिकारियों का कार्यक्रम की सफलता में सराहनीय योगदान रहा। प्रत्येक विद्यालय में सद्वाक्य लिखने तथा विद्यार्थियों के माध्यम से घर घर स्टीकर लगाने के प्रयास के लिए जा रहे हैं पत्रिकाओं के एक नये सदस्य बनाने के संकल्प लिए गये।
अरगाघाट-गिरीडीह (बिहार) दीप यज्ञायोजन प्रेरणादायी वातावरण में सम्पन्न हुआ। दीप यज्ञ की व्याख्या से शिक्षित वर्ग अत्यधिक प्रभावित हुआ। 712 पत्रिकाओं के नये सदस्य बनाने के संकल्प लिये गये।
कानपुर राजकीय श्रम हितकारी केन्द्र जाजमऊ श्रमिक बस्ती में आयोजित त्रिदिवसीय सह स्रवेदउीय दीप यज्ञायोजन एवं सद्भावना सम्मेलन अत्यन्त भव्यता के साथ सम्पन्न हुआ। सम्मेलन में प्रबुद्ध नागरिकों के अतिरिक्त एअर कमौंडोर आर॰ रामापूर्ति राकेशकुमार मिततल प्रबन्ध निदेशक उ॰ प्रदेश राज्य निर्यात निगम श्री कृष्ण देव त्रिपाठी भी सम्मिलित हुए। कार्यक्रम में लगभग 50 वायुसेना के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहें। एक हजार अखण्ड ज्योति के नये सदस्य बनाये गये।
सीधी (म0प्र0) 19 प्रज्ञा मण्डलों के गठन तथा युग संधि महापुरश्चरण में भागीदारी के संकल्प के साथ दीपयज्ञ कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। नौ दिवसीय साधना सत्र के लिए सैकड़ों परिजनों आवेदन पत्र भरे।
सिरमौर, रीवा दीप यज्ञायोजन प्रेरणादायी वातावरण में सम्पन्न हुआ। इस आयोजन से नवयुवक वर्ग अत्यधिक प्रभावित हुआ। स्टौकर आन्दोलन को गति देने अधिकाधिक प्रभावित हुआ। स्टीकर आन्दोलन को गति देने अधिकाधिक प्रज्ञा मण्डलों के गठन करने, साप्ताहिक सत्संग तथा युग संधि पुरश्चरण साधना करने साप्ताहिक सत्संग तथा युग संधि पुरश्चरण साधना करने के साथ साथ 140 नये पत्रिकाओं के सदस्य बनाने का संकल्प लिया गया।
बमौरी-गुना (म0प्र0) सहस्रवेदीय दीपयज्ञ आयोजन के अवसर पर मेला जैसा दृश्य उपस्थित हो गया। समीपवर्ती 10 गाँवों से श्रद्धालु जनता कार्यक्रम में सम्मिलित हुई श्री मोती लाला चौकसे द्वारा गायत्री शक्ति पीठ के निर्माण के लिए भूमि दान स्वरूप दी गई। 14 अखण्ड-ज्योति के सदस्य कार्यक्रम के समय ही बने।
सीतापुर-सरगुजा (म0प्र0) आकर्षक जल कलश यात्रा के फलस्वरूप कार्यक्रम में सम्मिलित होने के लिए जन समूह उमड़ पड़ा 14 स्थानों पर दीप यज्ञ कराने दीवाल लेखन करने तथा शिक्षण सत्रों में भावनाशील को भेजने का संकल्प लिया गया।
धर्मजयगढ-रायगढ नगर के अधिकारियों एवं गण्यमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में दीप यज्ञ आयोजन प्रेरणादायी वातावरण में सम्पन्न हुआ। 50 अधिकारियों द्वारा साधना सत्र में सम्मिलित होने के लिए आवेदन पत्र भरे गये। 107 स्थानों पर दीपयज्ञ कराने, सद्वाक्य लिखने तथा पत्रिकाओं के सदस्य बनाने के संकल्प लिए गये।