Quotation

June 1988

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भोजन को मुँह से चबा कर तब पेट मैं पहुँचाया जाता है। बड़ों के परामर्श पर भी विवेक पूर्वक विचार करो और उतना ही ग्रहण करो जो पावन के अनुरूप है।


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