Quotation

January 1988

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आनन्द बाँटा जा सकता है, क्योंकि उसे लेने के लिये अनेकों तैयार है। दुःख का वितरण करके अपना बोझ घटाना कठिन है, क्योंकि उसे लेने के लिये कोई तैयार नहीं।


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