धुन के धनी हैक डेकर की आँखें 1972 में चली गई थी। अन्धे होने के बाद भी उसने हिम्मत नहीं हारी, और दुस्साहस भरे कामों के लिए अपना साहस पहले की तरह ही बनाये रखा। आँखें चली जाने के दो वर्ष बाद उसने सन् 1980 में नाविक का काम सीखना आरम्भ किया और दो वर्ष में उसमें प्रवीणता प्राप्त कर ली। गत वर्ष उसने समुद्र यात्रा का अनोखा कीर्तिमान स्थापित किया है। सान फ्रांसिस्को से लेकर होनोलूलू तक 3000 किलोमीटर की यात्रा एक महीना लगातार समुद्र में रहकर उसने पूरी की है। दिशा निर्देशक यन्त्र उसने ऐसा बनाया है जिसकी सुई ध्वनि बजाकर दिशा और गति का बोध कराती है। रास्ते में उसका रेडियो सम्पर्क यन्त्र भी खराब हो गया और संचालक केन्द्र के साथ सम्बन्ध न रह जाने के कारण अलग-थलग पड़ गया। तो भी बिना घबराये उसने यात्रा पूरी कर ली। 42 वर्षीय हैक डेकर को रात का सितारा कहते हैं। चारों ओर अन्धेरा रहने पर भी वह अपनी रोशनी से आप चमकता है।