सद्वाक्य

September 1972

Read Scan Version
<<   |   <   | |   >   |   >>

जिसे उचित-अनुचित का विचार है, वही वास्तव में जीवित है, पर जो योग्य-अयोग्य का ख्याल नहीं रखता उसकी गिनती मुर्दों में की जाएगी।

—तिरुल्लुवर




<<   |   <   | |   >   |   >>

Write Your Comments Here:


Page Titles