तीन महीने के प्रशिक्षण का एक संक्षिप्त सत्र (कहानी)

September 1972

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तीन महीने के प्रशिक्षण का एक संक्षिप्त सत्र

परिवार के कर्मठ कार्यकर्त्ताओं को प्रशिक्षित करने के लिए इन दिनों शिक्षण शिविर शृंखला, गायत्री तपोभूमि में सफलतापूर्वक चल रही है । कतिपय अतिव्यस्त कार्यकर्त्ताओं का आग्रह था कि उन्हें इतने दिन का अवकाश न मिल सकेगा। कम समय के लिए ही उनका आ सकना संभव है। वस्तुस्थिति को ध्यान में रखते हुए एक-एक माह के दो शिविर करने का निश्चय किया गया है। अस्तु 1 सितंबर से 30 सितंबर तक का एक और 1 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक दूसरा, इस प्रकार एक-एक माह के दो अतिरिक्त शिविर इसी प्रयोजन के लिए किए जा रहे हैं।

इन शिविरों में भी वही सारी शिक्षा दी जाएगी जिसकी चर्चा अखंड ज्योति मई 72 अंक के पृष्ठ 45 पर युगनिर्माण योजना मासिक के मई 72 अंक में पृष्ठ 11 पर और पाक्षिक के 20 मई अंक में पृष्ठ 22 पर विस्तारपूर्वक की जा चुकी है। तीन महीने वाले पाठ्यक्रम को ही कुछ संक्षिप्त तथा व्यस्त करके उसे एक महीने में संपंन करने का यह विशेष प्रयत्न है।

जो सज्जन इस प्रशिक्षण को प्राप्त करने के इच्छुक थे, किंतु तीन महीने का अवकाश न मिलने के कारण खिन्न थे, उनके लिॆए यह स्वर्ण अवसर है। उन्हें तत्त्काल अपने लिए 1 सितंबर या 1 अक्टूबर से प्रारंभ होने वाले शिविर में आने के लिए स्वीकृति प्राप्त कर लेनी चाहिए। ऐसे संक्षिप्त किंतु अतिमहत्त्वपूर्ण अवसर का फिर कब अवसर आवे। कुछ कहा नहीं जा सकता।


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