सफलता प्राप्त की (Kahani)

January 2002

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मकड़ी एक लंबा जाला तान रही थी। उतना बन नहीं पड़ रहा था। बार-बार टूट जाता था। फिर भी वह निराश नहीं हुई। प्रयास जारी रखा और चौदहवें प्रयास में सफल हुई।

यह दृश्य पराजित ब्रुसो देख रहा था। उसने तेरह बार लड़ाई में मात खाई थी। मकड़ी के साहस से प्रभावित होकर उसने चौदहवीं बार लड़ाई की तैयारी की और दूने उत्साह से लड़ा और सफलता प्राप्त की।


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