स्वर्ग और नरक की परिभाषा (Kahani)

December 2002

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एक बार की बात है। वाँग ली नाम का एक योद्धा संत कन्फ्यूशियस के पास गया और बोला, स्वर्ग और नरक की परिभाषा बताइए।

संत ने कहा, तुम अभी कहाँ  हो? भिखारी जैसे लगते हो। इस पर वाँग ली आग बबूला हो गया और म्यान से तलवार निकाल ली। कन्फ्यूशियस ने कहा, यह तलवार नकली है, मेरी गरदन नहीं काट सकती।

वाँग ली कुछ देर शाँत रहा और विचार करके तलवार म्यान में डाल ली।

कन्फ्यूशियस ने कहा, देख लिया न। जब तुम आग बबूला होकर तलवार चमका रहे थे, तब नरक में थे और जब सूझ-बूझ से काम लेकर तलवार म्यान में डाल ली, तब तुम स्वर्ग में पहुँच गए।


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