तितली और मधुमक्खी दोनों एक फूल पर आकर बैठती। दोनों झगड़ने लगी कि फूल पर मेरा अधिकार है।
फैसला कराने तोता को बुलाया गया। उसने मधुमक्खी के पक्ष में निर्णय दिया और कहा, यह बैठने का श्रम सार्थक करती है और दूसरों के लिए शहद निकालती है, इसलिए पुष्प पर अधिकार इसी का रहेगा।