अवसर चित्र (Kahani)

March 1997

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चित्रकार ने काफी मेहनत करके एक चित्र बनाया। चेहरा बालों से ढका था और पाँव में पंख लगे थे। देखने वालों ने चित्र के कई अर्थ लगाये, लेकिन फिर भी अर्थ की तह तक नहीं पहुँच पाये। एक जिज्ञासु ने चित्रकार से चित्र का अर्थ पूछा। चित्रकार ने कहा, “ यह अवसर चित्र है।” किसी ने पूछा,“ आप ने इसका चेहरा क्यों ढँक दिया ?” चित्रकार बोला - “जब अवसर मनुष्य के पास आता है तो वह उसे पहचान नहीं पाता और जब उसे कोई पकड़ नहीं पाता तो वह अपने पाँवों में पंख लगाकर उड़ जाता है।” सभी ने चित्रकार की बुद्धि की सराहना की।


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