भगवान समुद्र की तरह एक है। देवताओं और नाम रूपों की भिन्नता मात्र उसमें उठने वाली तरंगों की तरह हैं।
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तिरस्कार का तिलमिलाने वाला तरीका है—उपेक्षा भरा मौन।