सद्वाक्य

February 1973

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भाप को काबू में रखकर उसका सदुपयोग करने से शक्तिशाली इंजन बनते और भारी काम करते हैं। विचारों की शक्ति भाप से बढ़कर है, यदि उसे केंद्रित और दिशा-नियोजित किया जा सके तो मनुष्य वह कर गुजरे, जिसकी सहज कल्पना भी नहीं की जा सकती।


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