मनुष्य जब बैठा रहता है तो उसका भाग्य भी बैठा रहता है जब वह सोता है तो भाग्य भी सो जाता है पर जब वह कमर बाँधकर चल देता है तो भाग्य भी सफलता की ओर बढ़ जाता है।