सोना दो आना तोला

October 1941

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(श्री गोविन्दशरण वर्मा)

आज कल अखबारों में नकली सोने के बड़े लम्बे चौड़े नोटिस निकल रहे हैं। साधारण जनता समझती है कि यह भी असली सोने की तरह कहीं खान से निकलता होगा। नामों से प्रगट होता है कि यह माल हिन्दुस्तान का नहीं, बल्कि गैर मुल्कों का बना हुआ है। ‘न्यू अमेरिकन गोल्ड, न्यू फ्राँस गोल्ड, न्यू चाइना गोल्ड, आदि इस बात का सबूत है। मगर हम साबित करने को तैयार हैं कि यह सोना इन व्यापारियों के घरों में ही बनता है। फैशन की अन्धी दुनिया इसे देखने की कोशिश नहीं करती कि यह क्या? यह एक प्रकार का पीतल है। प्रमाण के लिये आपके सामने इन गोल्डों के नुस्खे पेश किये जा रहे हैं। अगर नकली सोना पहने बगैर काम न चले, तो अपने घर पर तैयार कर लें। यह सोना उन्हें तोले के हिसाब से मिल जायेगा।

नुस्खे

एक तोला बढ़िया ताँबा ओर तीन माशे जस्ता मिला कर गला लें।

नौ माशे ताँबा, 2 माशे चाँदी और एक माशे जस्ता मिला कर गला लें।

सात माशे ताँबा, 5 माशे पीतल, गलने पर 2 रत्ती अलमोनियम रख दें।

सोटिंव ताँबा 6 माशे, पीतल 5 माशे, चाँदी 3 रत्ती जस्ता 3 रत्ती मिला कर गला लें।

लेकिन यह ध्यान रहे कि इसे ऐसे व्यक्ति से गलवाएं जो कि ताँबा गलाना जानता हो। सब मिल कर गलने के बाद प्रत्येक व्यक्ति गला सकता है। गलने से थोड़ी देर पहले गोटे के तार रखवा दें, तो जल्दी भी गल जायेगा और अच्छा रहेगा। एक जगह के एक जल्दबाज ने तो नल की पुरानी टोटियाँ ही खरीद कर गलवा डालीं और नोटिस बाजी शुरू कर दी। यह तो रही बाजारू के नकली गोल्ड की बात, अब हम आपको एक उत्तम नुस्खा बताते हैं।

ताँबा 9 माशे, चाँदी 2 माशे और सोना 1 माशे मिला कर गलवा लीजिये तो बहुत बढ़िया रंग आ जायेगा और काला भी न पड़ेगा। - पोल


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