जीवन समय का सदुपयोग करने पर ही बड़ा होता है। जो समय का दुरुपयोग करता है चाहे उसकी जिन्दगी बड़ी है। किन्तु छोटी ही है कर्मयुक्त जीवन बड़ा जीवन है। आलस्य ही मृत्यु है।
प्रत्येक से प्यार करो, थोड़े में सन्तोष रखो किसी को भी दुःख न देना चाहिये।
सत्य के दीपक को हाथ में लेकर बढ़े चलो कभी गिर नहीं सकते हो।
जिस तरह नदी के एक चुल्लू भर पानी में उसके सभी गुण होते हैं। उसी तरह पुरुष में भी प्रभु के सब गुण होते हैं।