अखण्ड ज्योति के कुछ अमूल्य रत्न!

December 1940

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यह पुस्तक आपको देव-दूत बना सकती है !!

अपनी अनन्त शक्ति द्वारा, पीड़ित संसार का भला कीजिये।

अखण्ड ज्योति कार्यालय द्वारा सद्ज्ञान ग्रन्थमाला नामक एक पुस्तकमाला का प्रकाशन भी आरम्भ हो गया है। इस योजना के अनुसार ऐसे ग्रन्थ रत्न प्रकाशित किये जायेंगे जो मानव जीवन में एक नवीन क्रान्ति उपस्थित करते हैं। जिस अलभ्य ज्ञान के लिये जीवन का बहुत बड़ा भाग तलाश और अभ्यास में लगाना पड़ता है। उसे वैज्ञानिक ढंग से सुगम तरीकों द्वारा समझाया जाता है और पुस्तक प्रकाशन से पूर्व उस विषय को पूरी तरह से अनुभव एवं परीक्षा की कसौटी पर कस लिया जाता है। यह ग्रन्थमाला किसी ऐसी पुस्तकों को कदापि प्रकाशित न करेगी जिसकी भली-भाँति परीक्षा न कर ली गई हो।

अब तक जो पुस्तकें प्रकाशित हुई हैं, उनका परिचय इस प्रकार है  :-

1 मैं क्या हूँ ? - यह पुस्तक आत्मा के अमरत्व और उसके वास्तविक स्वरूप का प्रत्यक्ष चित्र है। साँसारिक भ्रम और माया के कठिन बन्धनों से छुटकारा पाकर आत्मा कैसे मुक्त हो सकती है। इसमें आत्म साक्षात्कार के कुछ अभ्यास बताए गये हैं। इन साधनों को घरेलू काम काजों में लगे रह कर भी प्रतिदिन थोड़े समय में कर सकते हैं और अमर फल प्राप्त कर सकते हैं। मूल्य।

2 सूर्य चिकित्सा विज्ञान - सूर्य की प्रचण्ड रोगनाशक शक्ति से कठिन और असाध्य रोगों को भी दूर किया जा सकता है। डाक्टरों के अनेक अनुसंधानों का सार लेकर लिखा गया है और यह पुस्तक एक स्वतन्त्र चिकित्सा शास्त्र बन गई है। इसी के आधार पर साधारण बुद्धि का आदमी डाक्टरों की भाँति इलाज करके हजारों व्यक्तियों को रोग मुक्त कर सकता है। मूल्य।

3 प्राण चिकित्सा विज्ञान - मनुष्य के अन्दर गजब की विद्युत शक्ति है इसका प्रयोग करके अपने और दूसरों के कष्टों को दूर किया जा सकता है। झाड़-फूँक और तन्त्र-मंत्रों की प्राचीन पद्धति को यह पुस्तक वैज्ञानिक स्वरूप में उपस्थित करती है। विदेशों में इस विधि से बड़े-बड़े अस्पताल चल रहे हैं। मूल्य।

4 पर काया प्रवेश - मनुष्य के शरीर में प्रेतात्माओं के घुस आने की बात सब लोग जानते हैं। इस पुस्तक में मैस्मरेज्म के ढंग पर कुछ अनुभव उपाय बताये गये हैं जिनके आधार पर आप जीवित अवस्था में भी दूसरों के शरीर में प्रवेश कर सकते हैं और उनके विचारों में आश्चर्य जनक परिवर्तन करके उन्हें अपनी इच्छानुसार चलने को मजबूर कर सकते हैं। मूल्य।) वी0 पी0 से मंगाने पर।) पोस्टेज अलग देनी होगी इसलिये मूल्य मनीऑर्डर से भेजना चाहिये। पुस्तक सुरक्षित पहुँचे इसलिये) का टिकट कम लगाते हैं। फलस्वरूप वे ) की वैरंग होकर आपको मिलेगी।

नोट- पर काया प्रवेश जनवरी में छपेगी जो सज्जन अन्य पुस्तकों के साथ उसका भी मूल्य भेजना चाहें भेज सकते हैं। दाम जमा रहेंगे पुस्तक छपते ही भेज दी जायगी।

अखण्ड-ज्योति कार्यालय,

फ्रीगंज आगरा



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