एक निवेदन
जुलाई माह में लगभग सभी शिक्षण संस्थाओं में शिक्षण प्रक्रिया आरंभ हो जाती है। इसके साथ एक महत्वपूर्ण प्रयास माध्यामिक, उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में संस्कृति मंडलों की स्थापना, उनके छोटे प्रशिक्षण सत्र आयोजित करने के रूप में आरंभ किया जा सकता है। महाविद्यालय, विश्वविद्यालय स्तर पर सत्रारंभ के समय ‘ज्ञानदीक्षा’ एवं पाठ्यक्रम में राष्ट्रगौरव एवं मानवी मूल्यों के विषय के समावेश के रूप में संपन्न किए जा सकते हैं। देवसंस्कृति विश्वविद्यालय यह पहल विगत वर्ष कर चुका है। अभी से प्रयास किया जाए तो तदनुसार वातावरण सारे शिक्षातंत्र में बन सकता है। विद्यार्थी ही भविष्य के हमारे नागरिक हैं इन्हें आदर्शों से अनुप्राणित करने पर ही युग निर्माण संभव हो सकेगा। विस्तार हेतु परिजन 16 मई, 23 का पाक्षिक पढ़ लें।