प्रजातन्त्र जब असफल होता है। तो उसका स्थान तानाशाही लेती है। इस दुर्भाग्य का कारण है। दुर्बल सरकारें प्रजातन्त्र सफल सरकार वह है जो भय और गरीबी से जनता को बचा सके अन्यथा लोग सब्र खोकर बैठेंगे और ग्रह युद्ध जैसी स्थिति में तानाशाही उठ खड़ी होती है। प्रजा तन्त्र की सफलता ऐसी सशक्त सरकार पर निर्भर है जो जनता की रक्षा कर सके। ऐसी सरकार बना सकने के लिये सशक्त और सजगता का होना आवश्यक है। वस्तुतः जागृत जनता ही प्रजा तन्त्र सफल बनाती है और वही उसका लाभ लेती है।