सिफलिस रोग को औषधि खोजने वाले प्रसिद्ध विज्ञानी डॉ0 एर्लिक ने अपनी दवा का नाम रखा 606। ऐसा इसलिए क्योंकि उन्होंने 605 बार बुरी तरह असफल रहने के बाद 606वीं बार सफलता पायी थी इस विलक्षण नाम के पीछे उद्देश्य मात्र इतना था कि लोग यह जान सके कि असफलता ही सफलता की जननी है। असफलता से निराश नहीं हो जाना चाहिए।