प्रज्ञामण्डल राँची के श्रीमोहन झा ने पौ नवम्बर से 12 नवम्बर 1991 की अवधि में हरम् राँची में सम्पन्न शक्ति संबंध में एक बड़ा ही विलक्षण विवरण लिखकर भेजा है उस शक्ति साधना कार्यक्रम में अखण्ड जप में हजारों परिजनों ने भाग लिया था। समापन दीपयज्ञ द्वारा होना था । परमपूज्य गुरुदेव व वन्दनीया माताजी के चित्र के समक्ष रखा हुआ कलश सभी परिजनों ने बड़ी तेजी से अपने स्थान पर घूमते देखा । सभी दृश्य देखकर भाव विभोर हो गए थे। सभा में उपस्थित बुद्धिजीवी स्तर के कई व्यक्ति भी सूक्ष्म की यह लीला देखकर हतप्रभ से थे, चमत्कृत थे कुछ ही मिनटों में पूर्णाहुति पूरी होते ही कलश का घूमना बन्द हो गया । शक्ति साधना संबंधी कार्यक्रम संबंधी अगणित स्थानों से इसी प्रकार के व प्रत्यक्ष घटनाक्रम लोगों ने लिख भेजे हैं।