“जो पैदा करता है और दान करता है वह पवित्र जीवन के उपायों को जानता है। जो सम्पत्ति जमा करके रखी जाती है वह उसी प्रकार मूल्यहीन है जैसे गहरे भूगर्भ में छिपा सोना। मनुष्यों के प्रयोग में लगाओ, क्योंकि जो धन पैदा करते हैं वे जानते हैं कि उसका सदुपयोग कैसे किया जा सकता है और जो लोग धन पा जाते हैं वे उसे उड़ाना ही जानते हैं।
-गुरु नानक