Quotation

April 1948

Read Scan Version
<<   |   <   | |   >   |   >>

अपने को भरसक बुराइयों से बचाते रहना और अनिवार्य बातों से लाभ उठाना- यही कर्म का कौशल है।

*****

उदारतापूर्ण कार्य स्वयं अपना पारितोषिक है।

----***----


<<   |   <   | |   >   |   >>

Write Your Comments Here: