Quotation

October 1996

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संयम के बिना सन्तुलन नहीं रहता। सन्तुलन के अभाव में जीवन सुनियोजित नहीं बनता। इसके बिना प्रगति सम्भव नहीं। जो प्रगतिशील नहीं वह जीवन मृतक के समान है।


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