मजदूरी के पैसे (Kahani)

August 1994

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एक बार टॉलस्टाय देहातियों के जैसी पोशाक पहनकर गाड़ी की प्रतीक्षा में स्टेशन पर खड़े थे। इतने में एक आदमी परिवार की महिला ने उन्हें एक साधारण किसान समझकर कहा- “देख मरे पतिदेव सामने वाले होटल में हैं। तू उन्हें यह चिट्ठी दे आ। इस काम के लिए मैं तुझे दो आने दूँगी।”

टॉलस्टाय ने यह काम तुरंत कर दिया और मजदूरी के दो आने भी ले लिये। थोड़ी देर बार एक अमीर आकर टॉलस्टाय के साथ बातें करने लगा। वह उनसे बहुत ही नम्रतापूर्वक बातें करता रहा और बीच-बीच में उन्हें ‘काउन्ट’ के आद सूचक संबोधन से भी संबोधित करता था।

उस महिला ने यह सब देखा। पूछताछ करने पर पता चला कि देहाती जैसा दिखाई देने वाला वह आदमी तो काउन्ट लियो टॉलस्टाय हैं।

वह बहुत बहुत शर्मिंदा हुई और टॉलस्टाय के पास जाकर क्षमा माँगने लगी। उसने महनताना के रूप में दिये हुए दो आने उनसे वापस माँगे। तब टॉलस्टाय ने हँसकर जवाब दिया-”बहिन जी, ये तो मेरी मजदूरी के पैसे हैं। जिन्हें मैं कैसे वापस कर सकता हूँ ?


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